" मन की मरजिया तो उसी की चलती है मुहब्बत में दोस्त,
तुमने वो कहावत नही सुना है की जिसकी लाठी उसकी भैंस "
Gulzar Shayari On love in Hindi
" वो इश्क था या साजिश थी मुझे आज तक समझ नही आया,
उनका मुस्कुराना मुझे देखकर होता था या मुस्कुराकर,
देखना होता था उनका, मुझे आज तक समझ नही आया "
" यु अंदाज ही अलग होता है इश्क में साहब लोगो का,
क्युकी यहा दिल जुड़ने में भी वक्त नही लगता है और टूटने में भी "
" तेरे ऐसी मुहब्बत भी किस काम की जो जीने के काबिल तक न छोडती है,
अब तो तेरी ये मुहब्बत मेरे दिल में शर्म की आह ओढती है "
" पहले दूर थे खुद से अब खुद के पास आ गये है,
तुम्हे मुबारक हो जिन्दगी के उजाले मेरे इश्क,
अब तो हमें जिनगी के अंधरे ही रास से आ गये है "
" तुझे देख कर ऐसा लग रहा है जैसे,
दबी हुई सी आह में मेरी खुशिया आ रहा है,
लगता है तुझे देखकर मेरी मुहब्बत मुस्कुरा रही है "
" नाकाबिल समझते थे लोग मुझे इश्क होने के बाद में,
लेकिन जब से इश्क हुआ है तुझे में तो खुद के साथ साथ लोगो को भी भूल चुना हूँ "
" इश्क करने की जरूरत नही होती है मेरे दोस्त हर किसी को,
क्युकी जिसको बर्बाद होना होता है उसे इश्क खुद ही ढूंढ लेता है "
" क्या खूबसूरत और क्या बदसूरत है तेरी और मेरी मुहब्बत,
अरे मुहब्बत तो सांस की तरह होती है जिसके बगैर जिन्दगी की परवाह ही नही है किसी को "
" पता नही है तुझे क्या तेरे इश्क में कितने ख्वाब पिरोता हूँ,
कभी एक सदी तक जागता हूँ तो कभी एक सदी तक सोता हूँ "
" पता सा चल गया है मंजिल कहा है, चलो चलते है मुहब्बत के सफर पर साथ में,
जहा तुम्हारे कदम रुकेंगे वही पर हम अपनी सांसे रोक देंगे "
Gulzar Shayari 2 lines in Hindi
Sad Gulzar Shayari In Hindi
" दो दिन की चांदनी है और राते भी अभी रंगीन है,
ये दुनिया तभी तक हसीं है जब तक तुम्हारी मुहब्बत रंगीन है "
" न किसी के वायदे चाहिए मुझे और न ही किसी पर भरोसा है अब तो,
अब कोशिश बिना मतलबी रिश्ते और वादे के जीने की है बस "
" क्यों करू में परवाह उस बेपरवाह इंसान की,
जिसने मेरी मौत तक का इंतजाम कर दिया था,
पहले खुद ने इश्क किया और बाद में मुझे,
बेवजह के सरेआम बदनाम कर दिया था "
" तू समझता क्यों नही मेरे इश्क की ये दिल बड़ा गहरा कुआ है,
आग लगती हर कही से है लेकिन इसमें बस धुआ ही धुआ है "
" उस लम्हे के बाद हजार कोशिशे करता हूँ न बोलने की अपने यार से,
मगर अब दिल ही काबू में नही तो किसीको क्या समझाऊ "
" हर किसी को नही आता है मुहब्बत में हर तरह से मिट जाना,
क्युकी आजकल सच्चे आशिक की जगह सिर्फ खिलौने रह गये है मुहब्बत के इस खेल में "
" लोग कहते है की मुहब्बत में भी अब सिर्फ मतलब के रिश्ते होते है,
में कहता हूँ की लोग रूह से ज्यादा तो आजकल जिस्म को चाहते है "
" वायदे युही किये रह जाते है साहब इस दुनिया में मतलब की बाते आती है,
रिश्ते युही बिखर जाते है मतलब के और मुहब्बत सिर्फ नाम की रह जाती है "
" अक्सर दिल सिकुड़ सा जाता है तन्हाई में इश्क की,
मगर क्या करे लोगो तो मुहब्बत से बेहतर कुछ दिखता ही नही है "
" बिगड़ी गुई माशूका की तरह होता है ये इश्क साहब,
न मनाओ तो इश्क होता है और ज्यादा देखभाल करो तो फालतू का एहसान होता है "
Gulzar Dard Shayari In Hindi ( गुलज़ार दर्द शायरी )
Sad Gulzar Shayari In Hindi
" दो पल की यु जिन्दगी है साहब पल में सवर जाएगी,
मुसीबतों में भी मुस्कुराया करो नही नही तो एक दिन युही बिखर जाएगी "
" लाजमी सी बात है साहब जिंदगी की ये भी,
की यहा भरोसा निभाने वाले कम और भरोसे के,
साथ खेलने वाले पर ज्यादा भरोसा किया जाता है "
" मायूस न होना जिन्दगी की इन शरारतो से मेरे दोस्त,
क्युकी ये तो बिगड़ी माशूका की तरह है,
तुम जितना इसे मनाओगे ये उतना ही रूठेगी और
जितना तुम इससे रुठोगे ये तुम्हे उतना ही मनाएगी "
" सबकुछ आसान केवल वही तक लगता है साहब जब तक,
बात खुद तक नही आती है, वरना दूर से तो रेगिस्तान में भी तालाब दिखाई देते है "
" वैसे मेरा कोई जिन्दगी से वादा तो नही है,
लेकिन तेरे बगैर जीने का कोई इरादा भो तो नही है "
" यु कभी इस तरह से न रूठी थी जिन्दगी जैसे आज तुम मुझसे रूठे हो,
लग रहा है जैसे पूरी दुनिया के रंग ही तेरे मौजूदगी के सामने फींके हो "
" तेरी जुदाई के दर्द के साथ तो जैसी जीने की आदत सी हो गयी है मुझे,
अब तो जैसे लगता है की तेरे बिना ही जिन्दगी ख़त्म हो जाएगी "
" पहले तो यु गुलाम न थे हम भी दिल के आगे, लेकिन
अब न जाने क्यों तेरी यादो ने इसे इतनी ताकत दे दी है "
" यु जिदगी के आगे मायूस होने कोई ख़ास वजह नही है मेरे पास में,
बस औरो की तरह मेने भी खुश रहने से ज्यादा खुश दिखने पर जोर दे दिया है "
" बड़ी अजीब सी हो चूँकि है पहली मेरी जिंदगी की ऐ खुदा मेरे,
जीने के लिए न तो वजह बची है मेरे पास और न ही मरने के कारण है "
" वैसे भी मिलना ही है एक न एक दिन ख़ाक में मुझे भी,
तो क्यों न जिन्दगी में मुहब्बत करके बर्बाद ही हो लिया जाये "
Gulzar Quotes on Smile in Hindi
" यु अपनों की तरह मुस्कुराया न करो मेरे दोस्त,
नही तो मुझे इस मुस्कान से अपनों की साजिश की बू आती है "
" हसते हुए चेहरे के हजार दोस्त होते है इस दुनिया में,
लेकिन मायूस चेरहे का कौन यार है यहा, जमान ऐसा है
की जिसकी पास कुछ नही उसके कोई दोस्त नही और
जिसके पास गद्दी है नोटों की उसके दोस्त चार है यहा "
" चलो अब गम की रातो में भी खुलकर हँसा जाए,
जिसमे हमें रुलाया था चलो अब थोडा उसे भी रुलाया जाए "
" नाजुक सी होती है मुस्कान साहब हर एक चेहरे की,
थोड़ी सी मुहब्बत में पिघलने लगती है,
कोई अपना अगर चाहे तो खिल उठती है और
अगर रूठ जाए तो मुस्कान मायूसी में बदल जाती है "
" हर एक चेहरे की अपनी एक अलग पहचान होती है,
ये मुस्कान तो हर खतरे से अनजान होती है,
कभी दबे पाव आ जाती है चेहरे पर,
तो कभी बेवजह ही ख़ुशी का अंजाम होती है ये मुस्कान "
" अब जमाने में मायूस होने के लिए भी तो चेहरे से दिखाना पड़ता है,
दिल में भले ही अंगारे जल रहे हो लेकिन,
दुनिया के सामने चेहरे पर तो मुस्कान लाना पड़ता है "
" क्या खूब कहा है किसी ने की ये हँसी कहा किसी की होती है,
कभी आती है तो कभी जाती है, चेहरे की दोस्त तो सिर्फ मायूसी होती है
जब हसी के जाने के बाद फिर से लौट आती है "
" जिस तरह खून निकलता है जब तभी ये
दुनिया चोट को जख्म कहती है, लेकिन जब
बात आती है चेहरे की हँसी की, तब ये दुनिया
दर्द की हँसी को भी खुशिया ही मान लेती है "
" उड़ते पैरों के तले जब बहती है जमीं
मुड़के हमने कोई मंज़िल देखी तो नही
रात दिन हम राहों पर शामो सहर करते हैं
राह पे रहते हैं यादों पे बसर करते हैं "
" वो चेहरे जो रौशन हैं लौ की तरह
उन्हें ढूंढने की जरूरत नही
मेरी आँख में ध्यान से देख लो
तुम्हें आइने की जरूरत नही "
Gulzar Quotes on wakt in Hindi
" बात तो सिर्फ वक्त की ही होती है मेरे दोस्त,
कही कोई मटका ठन्डे पानी से किसी की प्यास को बुझाता है,
तो वही मैय्यत में वही मतलब सभी के गले को सुखाता है "
" दो चार बाते कभी गम भरी भी कर लिया करो साहब,
कहा तो खुशियों को संभाल कर रखोगे,
वक्त वक्त की बात है आज ये खुशिया है
लेकिन कल ये सिर्फ यादे बनकर रह जाएँगी "
" हर किसी के पास नही होती है इस वक्त की चाभी,
क्योकि हर किसी को नही पता है जिन्दगी के हजार रंह होंते है,
आज कोई और ढंग है कल फिर इस जिन्दगी के हजार ढंग होते है "
" आज जब उसका चेहरा देखा मेने,
समझो वक्त की नजाकत हो समझा मेने,
आँखों के लिए घडी तो वो आम सी ही थी,
लेकिन दिल के लिए वो दो पल ही काफी थे "
" पल दो पल की उम्र लिए आती है खुशीया जिन्दगी में,
क्योकि उससे ज्यादा उम्र की ये हकदार भी नही है,
साथ तो मायूसी देती है हर वक्त में सभी का,
क्योकि ये खुशियों की तरह नखरे नही बताती है जाते वक्त "
" बस ये वक्त की ही तो बात है,
जब तुमसे मुलाकात हो गयी थी,
मेने कुछ भी कहा तो नही था मगर,
यू लगा जैसे ज़िंदगी से बात हो गई थी "
" हमने देखी है उन आँखों की खुशबू आज
हाथ से छूकर इसे रिश्तों का इल्ज़ाम न दो
सिर्फ़ एहसास है ये इसे रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो इसे कोई नाम न दो "
" यु वक्त बनकर क्यों आती हो मेरी जिन्दगी में,
जो पल भर में बदल जाता है, आया करो तुम,
तो सदियों की तरह जो सौ साले तक भी खत्म न हो कभी "
" आज तुम वक की गश्त में इस एहसास को पी जाओ,
यही सबसे ख़ास लम्हा है जिन्दगी का बस तुम इसे जी जाओ "
" उम्मीद भी अजनबी लगती है
और दर्द पराया लगता है,
आईने में जिसको देखा था
बिछड़ा हुआ साया लगता है "
Best Gulzar Poetry Quotes In Hindi
" चलो किसी चलते हुए काफ़िर की दुआ ली जाये,
खुदा की कसम रईसो के तलवे चाटने से तो बेहतर ही सुकून मिलेगा तुम्हे "
" यु कोशिशे न करो तुम प्यार जताने की अपने इश्क से,
माहिर खिलाडी खेल को सोचते नही खेल जाते है "
" ऐ मेरे इश्क सुन.... औरो की तरह हम भी इंतकाम ही थोड़ी लेंगे तुमसे,
क्योकि हमें भी तो मुफ्त में रहना है तुम्हारी यादो के घर में हमेशा के लिए "
" रहम खाया करो उस मासूम दिल पर भी, जो तुम्हारी धधकनो को संभालता है,
धधकनो को चलाने के साथ-साथ इसे, तुम मुहब्बत में उलझाकर यु बदनाम तो मत करो "
" होशियार तो हम रोज बनते है, चलो आज बेवक़ूफ़ बनकर भी देखा जाए,
दोस्ती तो हम हर किसी से करते है चलो आज किसी से इश्क करके देखा जाया "
Gulzar Dard Shayari, Gulzar Love Quotes In Hindi
" जाहिर है की प्यार के लफ्ज तो दिल से होकर निकलते है,
जुबा का तो बस साथ है
बाकियों के लिए मुहब्बत एक खेल होता होगा मेरे इश्क,
मेरे लिए तो ये एक एहसास है "
" अरे मेरे यार.....तुझे हुस्न के दीवाने तो,
पास की सडको पर युही मिल जायेंगे,
सचमुच तलाश है अगर तुझे आशिक की तो,
आप हमारी गली जरुर आयेंगे "
" एक ख्वाब देखा था मेने भी इश्क में,
खुश रहनें का और खुशिया बाटने का मेने,
लेकिन जब आँखे नींद से खुली तो,
उसका हाथ किसी और के हाथ में पाया मेने "
" हर तरफ छा गयी थी समझो मायूसी जैसी,
कोई खुशिया कभी न रास आई थी मुझको,
आज फिर ख्वाब में उसकी गली से गुजरा था में,
आज उस पुराने एहसास की फिर से याद थी मुझको "
" सोच रहा था बैठे बैठे में तरीके उस इश्क की बला से बचने के मै,
इश्क में पड़ने के बाद लगा, जैसे खुद से ही बचने कोशिशे कर रहा था में "
Gulzar Shayari Photo, Pics, Images
Gulzar Full Name In Hindi?
गुलज़ार साहब का पूरा नाम ' सम्पूरण सिंह कालरा ' था।
Gulzar Sahab Shayari?
गुलज़ार साहब की कुछ ख़ास शायरी यह रही: "यु इश्क के मुक़दमे में मुझे न लाया करो, हर दिल की गवाही के आगे हार जाता हूँ में " और "कोशिश तो थी मेरी तुम्हारे साथ वफा से वफा मिलाने की, मगर क्या करू मेरा दिल कही ठहरता ही नही " है।
Gulzar Sahab Age?
गुलज़ार ( सम्पूरण सिंह कालरा ) साहब की उम्र 87 वर्ष है।
Gulzar Sahab Family?
गुलज़ार साहब के परिवार में कुल छ सदस्य है, जो क्रमशः पत्नी- राखी गुलज़ार, बेटी- मेघना गुलज़ार, पिता- माखन सिंह गुलज़ार, माता- सुजन कौर है।
Gulzar Sahab Date of Birth?
गुलज़ार साहब का जन्मदिवस 18 अगस्त सन् 1934 को हुआ था।
Gulzar Sahab Net Worth?
कुछ विशेष आकड़ो के मुताबिक गुलज़ार साहब जी की कुल संपत्ति लगभग 5 मिलियन ( 35 करोड़ ) रुपयों के लगभग है।
निष्कर्ष :
में बेहद ही गर्मजोशी से आपसे माफ़ी मांगता हूँ, क्युकी इस आर्टिकल में गुलज़ार साहब की शायरी और कोट्स के साथ में मेरे द्वारा खुद से लिखी शायरी भी है। जाहिर सी बात है की गुलज़ार साहब के आगे मेरा और मेरे काम का कोई अस्तित्व ही नही है।
मेने कोशिश की है की एक लेखक के रूप में अपने पाठको को बेहतर सामग्री प्रदान कर सकू, इसी उद्देश्य से मेने यह कृत्य किया था। आशा करता हूँ की आपको येGulzar Deep Meaning Gulzar Dard Shayari, Gulzar Shayari In Hindi, Gulzar Ki Dard Bhari Shayari, Gulzar Sad Shayari In Hindi, Gulzar Life Shayari In Hindi, Gulzar Love Shayari In Hindi आपको अवश्य ही पसंद आई है।
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